जंगल और वाइल्डलाइफ का मजा लेते हुए सहारनपुर होते हुए जाएगा दिल्ली से देहरादून का नया हाईवे

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए एक नए हाईवे का निर्माण शुरू हो गया है। यह हाईवे दिल्ली से देहरादून को जोड़ते हुए सहारनपुर के रास्ते जाएगा। यह न केवल यात्रा के समय को कम करेगा, बल्कि पर्यटकों और यात्रियों को जंगल और वाइल्डलाइफ का बेहतरीन अनुभव भी प्रदान करेगा।

क्या है इस हाईवे की खासियत?

  • लंबाई: हाईवे की कुल लंबाई लगभग 210 किलोमीटर होगी।
  • यात्रा का समय: मौजूदा समय में दिल्ली से देहरादून की यात्रा में लगभग 5-6 घंटे लगते हैं। नए हाईवे के बनने के बाद यह समय घटकर सिर्फ 2.5 घंटे रह जाएगा।
  • प्राकृतिक सौंदर्य: यह हाईवे सहारनपुर के घने जंगलों और वाइल्डलाइफ क्षेत्रों से होकर गुजरेगा, जिससे यात्री सफर के दौरान प्रकृति का भरपूर आनंद ले सकेंगे।
  • पर्यावरण अनुकूल निर्माण: हाईवे के निर्माण में पर्यावरण को बचाने के विशेष उपाय किए जा रहे हैं। जंगलों और वन्यजीवों को प्रभावित न करने के लिए विशेष पुल और अंडरपास बनाए जाएंगे।

यात्रा के दौरान मिलने वाले अनुभव

  1. प्राकृतिक दृश्य:
    सहारनपुर के रास्ते गुजरते हुए यात्री घने जंगलों, पहाड़ों और हरियाली का आनंद ले सकेंगे।
  2. वाइल्डलाइफ का दीदार:
    हाईवे के आसपास वन्यजीव क्षेत्रों में हिरण, मोर, तीतर और अन्य पक्षियों को देखने का मौका मिलेगा।
  3. फूड और रेस्ट स्टॉप्स:
    हाईवे के किनारे आधुनिक फूड प्लाजा, रेस्ट एरिया और स्थानीय व्यंजनों का आनंद लेने के लिए विशेष स्टॉप बनाए जाएंगे।
  4. सुरक्षा और सुविधा:
    सड़क पर सीसीटीवी कैमरे, इमरजेंसी हेल्पलाइन और आरामदायक रेस्ट स्टॉप्स की व्यवस्था होगी।

हाईवे की निर्माण लागत और समय सीमा

  • लागत: यह परियोजना लगभग 12,000 करोड़ रुपये की होगी।
  • समय सीमा: इसे 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
  • फंडिंग: केंद्र और राज्य सरकार के साथ निजी कंपनियों का भी योगदान होगा।

इस हाईवे से होने वाले लाभ

1. यात्रा का समय घटेगा:
दिल्ली और देहरादून के बीच सफर तेज और सुगम हो जाएगा।

2. ट्रैफिक जाम से छुटकारा:
मौजूदा राजमार्गों पर ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी।

3. पर्यटन को बढ़ावा:
देहरादून और मसूरी जैसे पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान हो जाएगा, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।

4. रोजगार के अवसर:
निर्माण और संचालन के दौरान स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

5. व्यापार को मिलेगा बढ़ावा:
हाईवे के किनारे स्थित कस्बों और शहरों में व्यापार और छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।

चुनौतियां और समाधान

1. पर्यावरणीय प्रभाव:
हाईवे के निर्माण के दौरान जंगल और वन्यजीवों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। अंडरपास और स्पेशल कॉरिडोर बनाए जाएंगे।

2. जमीन अधिग्रहण:
स्थानीय निवासियों की सहमति लेकर जमीन अधिग्रहण का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है।

3. मौसम और भूगोल:
घने जंगल और पहाड़ी इलाकों में निर्माण कार्य करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन आधुनिक तकनीक से इसे सुगम बनाया जा रहा है।

स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए फायदे

इस हाईवे के बनने से स्थानीय निवासियों के लिए रोजमर्रा की यात्रा आसान होगी। वहीं, पर्यटक जंगल और वाइल्डलाइफ का अनुभव करते हुए देहरादून और मसूरी जैसे खूबसूरत स्थलों तक तेजी से पहुंच सकेंगे।

दिल्ली से देहरादून के बीच यह नया हाईवे एक क्रांतिकारी कदम है। यह न केवल यात्रा को तेज और आरामदायक बनाएगा, बल्कि पर्यावरण और वन्यजीवों को संरक्षित करते हुए क्षेत्र में विकास को भी नई दिशा देगा।

अगर आप सफर के दौरान प्रकृति का आनंद लेना चाहते हैं, तो यह हाईवे आपके लिए एक अद्भुत अनुभव साबित होगा। अगले कुछ सालों में यह परियोजना पूरी होने के बाद, यात्रा का आनंद और भी बढ़ जाएगा।

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